हमें अपनी किसी भी शक्ति का प्रयोग सदैव लोगों की भलाई के लिए करना चाहिए। हमें लालच व धूर्तता के कार्य नहीं करने चाहिए। माँ-लिआँग चीन का एक ग...Read More
सुलतान ग्यासुद्दीन 17वीं सदी का एक न्यायप्रिय एवं दयालु शासक था, जिसने उस समय पूरे पूर्वी भारत पर शासन किया। लोग उसकी बुद्धिमानी एवं न्याय क...Read More
एक चूहा था। उसका घर गंगा नदी के किनारे था। चूहा अपनी बेटी के साथ रहता था। चूहे की बेटी सुंदर थी। वह अपनी पुत्री के विवाह के लिए बहुत चिंतित...Read More
पुराण में एक बहुत सुंदर कथा आती है। किसी जंगल में एक तालाब था। उस जंगल के पशु उसी तालाब में पानी पीने आया करते थे। एक दिन एक शिकारी उस तालाब...Read More
अदिति को नानी के घर आए पंद्रह दिन हो गए थे। वह रोजाना नानी से कहानी सुनाने को कहती परंतु नानी हँसकर टाल जातीं। अदिति नानी से रूठ जाती और नान...Read More
आपने मिर्जापुर का बना गोल पेंदी का लोटा देखा है ? वह तनिक-सा हिलते ही चाहे जिधर लुढ़क जाया करता है। जिन लोगों का कोई सिद्धांत नहीं होती, वे ...Read More
राजा कृष्णदेवराय अपने प्रमुख दरबारी तेनालीराम से बड़े प्रसन्न रहते थे। कारण स्पष्ट था कि तेनालीराम के पास प्रत्येक प्रश्न का उत्तर खोजने की ...Read More
किसी समय की बात है, एक गाँव में चार भाई रहते थे। वे अत्यंत निर्धन थे। माता-पिता उनके बपचन में ही भगवान को प्यारे हो गए थे। किसी प्रकार अपना ...Read More
पौराणिक काल में महर्षि अगस्त्य नाम के एक महान त्यागी, तपस्वी और तेजस्वी ऋषि हुए। उनके संकल्प के सामने कोई टिक न पाता था। एक बार विंध्याचल पर...Read More
जब भी हमारे हाथ से कोई चीज छूटती है, तो वह सदा नीचे की ओर गिरती है। हम किसी चीज को ऊपर की ओर उछालते हैं तो वह नीचे की ओर आकर भूमि पर गिर जात...Read More
Once there lived two friends named Sohan and Suresh in a town named Jalgaon. Vijay Singh was the king of that town. He was a cruel king. He ...Read More
In a forest lived a lion, on the bank of a river. He had grown old. Because of old-age he had become weak and feeble. His teeth had fallen. ...Read More
किसी किसान के पास एक ऊँट था। वह दिनभर ऊँट से काम लेता, परंतु चारा-पानी न देता । रात के समय वह ऊँट को खोल देता। ऊँट गाँव के बाहर इधर-उधर भटकक...Read More
हरिप्रसाद नाम का एक राज मिस्त्री था। वह दिन भर मेहनत-मजदूरी करता, तब बड़ी कठिनाई से अपने परिवार के लिए दो वक्त की रोटी जुटा पाता था। हरिप्रस...Read More
चंद्रमा का जन्म फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को हुआ था। शिव-पार्वती के विवाह की इस तिथि को महाशिवरात्रि के रूप में मनाया जाता...Read More